दिल्ली के 10 प्रमुख पर्यटन स्थल
भारत की राजधानी दिल्ली बहुत-सी ऐतिहासिक इमारतों और पर्यटक स्थलों को अपने अंदर संजोई हुई हैं। दिल्ली को दिलवालो का शहर भी कहते हैं। दिल्ली में बहुत से पर्यटन और धार्मिक स्थल घूमने लायक हैं। यदि आपने भारत में रह कर भी दिल्ली दर्शन नहीं किया तो क्या किया आपको इस लेख में हम दिल्ली में घूमने की बेहतरीन जगह बताने वाले हैं।
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दिल्ली का परिचय
दिल्ली शहर यमुना नदी के किनारे बसा हुआ एक प्राचीन शहर हैं, और इस समय भारत की राजधानी नई दिल्ली हैं, जहां भारत के अधिकांश सरकारी कार्यालय मौजूद हैं। दिल्ली शहर भारत में बड़े महानगरों में से एक हैं। दिल्ली भारत का एक ऐसा शहर हैं जहां भारत के विभिन्न राज्यों से लोग आकर बसे हुए हैं। दिल्ली में प्रसिद्ध इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा हैं जिस पर लाखों की संख्या में लोग आवागमन करते हैं।
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प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की ने 8 सितंबर से 10 सितंबर 2023 के बीच G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन कराया था और G-20 शिखर सम्मेलन की पहली बैठक अमेरिका वॉशिंगटन 2008 में हुई थी।
लाल किला |
कुतुबमीनार |
जामा मस्जिद |
इंडिया गेट |
हुमायूं का मकबरा |
छत्तरपुर मंदिर |
लोटस टेंपल |
जंतर मंतर |
नेशनल रेल म्यूज़ियम |
1. लाल किला
मुगल वास्तुशैली और लाल बलुआ पत्थरों से निर्मित लाल किला यमुना नदी के किनारे स्थित हैं। लाल किला प्राचीन ऐतिहासिक इमारतों में सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।
लाल किले का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने 1638 ईस्वी में करवाया था जो 1648 ई में लगभग 10 साल के समय में बनकर पूरा तैयार हुआ। लाल किला लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ हैं। इस कारण इसे लाल किला कहा जाता है, और लाल किले को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में 2006 में शामिल किया।
लाल किला भारत देश के आजादी के प्रतीक के रूप में कीर्तिमान हैं। लाल किले की सुंदरता और शाही बनावट के कारण इस देखने के लिए दुनिया के अलग-अलग देशों से लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। लाल किला मुगल काल की अदभुत वास्तुकला का अनोखा और बेहतरीन उदाहरण है। लाल क़िले से भारत के प्रधानमन्त्री स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराते व राष्ट्र को संबोधित करते हैं।
लाल किला 250 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हैं। लाल किले में एक प्रसिद्ध संग्रहालय भी स्थित हैं। चांदनी चौक मार्केट लाल क़िले के सामने हैं। लाल क़िले को देखने के बाद आप चांदनी चौक मार्केट में शॉपिंग भी कर सकते हैं।
2. कुतुबमीनार
दिल्ली के महरौली में स्थित कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा किया गया था। यह दिल्ली में स्थित विश्व की सबसे ऊंची ऐतिहासिक इमारत के रूप में प्रसिद्ध हैं। कुतुबमीनार को दिल्ली के पहले मुगल शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने अफगानिस्तान में स्थित जाम की मीनार से प्रेरणा लेते हुए 1193 में लाल बलुआ पत्थरों से इस मीनार की नींव रखी थी।
इसके बाद इल्तुतमिश ने तीन मंजिल का निर्माण करवाया और 1368 ई में फिरोजशाह तुगलक ने अंतिम पांचवी मंजिल का निर्माण करवाया। मीनार में कुरान की आयते और फूलों की महीन कारीगरी भी कराई गई हैं।
कुतुबमीनार को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया हैं। कुतुबमीनार के परिसर में चंद्रगुप्त द्वितीय द्वारा निर्मित एक लौह स्तंभ स्थित है, जिसमें आज तक जंग नहीं लगी है।
3. जामा मस्जिद
मस्जिद-ए-जहां-नुमा इस दिल्ली की जामा मस्जिद के नाम से जाना जाता हैं। जामा मस्जिद का निर्माण 1656 ई में मुगल बादशाह शाहजहां ने लाल पत्थरों और संगमरमर से करवाया था। यह 41 मीटर लंबी भारत की सबसे बड़ी जामा मस्जिद में शामिल हैं।
इस मस्जिद को बनने में उस समय 10 लाख रुपए की लागत लगी थी और यह 6 साल में बनकर तैयार हुई थी। इस मस्जिद को कारीगर उस्ताद खलील द्वारा डिजाइन किया गया था। मस्जिद को लगभग 5000 से ज्यादा मजदूरों ने बना कर तैयार किया था। मस्जिद में प्रवेश हेतु पूरब और दक्षिण में दो द्वार बने हुए हैं।
आपको बता दें दक्षिण द्वारा सप्ताह में केवल शुक्रवार के दिन ही खुलता हैं। यह दिल्ली के लाल किले से करीब 500 मीटर की दूरी पर स्थित हैं। लाल किले से आप पैदल चलकर भी इस मस्जिद को घूम सकते हैं।
4. इंडिया गेट
इंडिया गेट पर शाम का नजारा काफी मनमोहक होता हैं। इंडिया गेट नई दिल्ली के केंद्र में स्थित हैं और यह 42 मीटर ऊंचा हैं। इंडिया गेट पर 1972 से जल रही अमर जवान ज्योति मशाल को अब नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल में शामिल करें लिया गया हैं। यहां से आप राष्ट्रपति भवन व नेशनल वॉर मेमोरियल भी आसानी से घूम सकते हैं।
5. हुमायूं का मकबरा
हुमायूं का मकबरा दिल्ली के मथुरा रोड़ पर स्थित हैं। इसका निर्माण 1572 में हुमायूं की बेगम हमीदा बानो ने करवाया था। यह मकबरा मुगल वास्तुकला का बेहतरीन नमूना हैं और जिसके निर्माण में लगभग 10 साल का समय लगा। इस मकबरे में मुगल शाही परिवार की 100 से अधिक कब्रे बनी हुई हैं, इसलिए इसे मुगलों का शयनगार भी कहते हैं। हुमायूं के मकबरे को यूनेस्को द्वारा 1993 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया।
6. छत्तरपुर मंदिर
इस मंदिर को 1964 में बाबा संत नागपाल द्वारा स्थापित कराया गया। यह मंदिर माता दुर्गा को समर्पित हैं, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। छत्तरपुर मंदिर लगभग 70 एकड़ में बना हुआ है। यह भारतीय शैली में बना हुआ हैं जिसके निर्माण में सफेद संगमरमर के पत्थरों का उपयोग किया था। इस मंदिर परिसर में अनेकों पेड़-पौधे और फूल आदि लगे हुए हैं।
मंदिर में मां दुर्गा की मूर्ति के अतिरिक्त भगवान विष्णु, भगवान शंकर, गणेश भगवान, प्रभु श्री राम, लक्ष्मी माता और हनुमान जी की मूर्तियां भी स्थापित है। नवरात्रि के पावन अवसर पर मंदिर मे काफी भीड़ होती हैं और मंदिर में भक्तो के रुकने के लिए आवास गृह की सुविधा भी हैं।
7. अक्षरधाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर इसे "स्वामीनारायण अक्षरधाम" मंदिर के नाम से जाना जाता हैं। यह मंदिर भगवान स्वामीनारायणजी को समर्पित हैं। यह मंदिर पर्यटकों के घूमने के लिए बेहतरीन सांस्कृतिक दर्शनीय स्थल हैं। यह दुनिया का सबसे विशाल हिंदू मंदिर हैं, और इसे 2007 में गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया था। यह मंदिर हिंदू धर्म की प्राचीन सनातन संस्कृति को दर्शाता हैं।
अक्षरधाम मंदिर 100 एकड़ के क्षेत्र में फैला हैं। इस मंदिर के निर्माण में गुलाबी संगमरमर और बलुआ पत्थरों का प्रयोग किया गया है। इस मंदिर को 11000 से अधिक मजदूरों और कारीगरों द्वारा बनाने में 5 वर्ष से अधिक का समय लगा।
मंदिर में प्रत्येक शाम को फवव्वारा शो होता हैं। यह मंदिर सोमवार को बंद रहता हैं, बाकी आप साप्ताहिक छुट्टी में मंदिर घूमने के लिए जा सकते हैं।
8. लोटस टेंपल
लोटस टेंपल इसे हिंदी में ‘कमल मंदिर’ के नाम से जाना जाता हैं। इस मंदिर का निर्माण 1986 में बहाई धर्म के लोगों ने करवाया। लोटस मंदिर नेहरू प्लेस के पास स्थित हैं। मंदिर के अंदर किसी भी देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित नही की गई हैं। इस मंदिर में सभी धर्मो को एक सामान माना जाता हैं, और मंदिर में सभी धर्मो के पवित्र धार्मिक ग्रंथों को पढ़ा जाता है। मंदिर परिसर विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है, जहां खूबसूरत पार्क और हरियाली काफी बेहतरीन हैं।
लोटस टेंपल में दर्शन करने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में धार्मिक लोग आते हैं। कमल के पुष्प से प्रेरणा लेकर इस मंदिर को स्थापित किया गया हैं। प्रत्येक सोमवार के दिन मंदिर बंद रहता है।
9. जंतर मंतर
जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जयसिंह-2 ने अपने शासन काल में पांच खगोलीय वेधशाला का निर्माण करवाया था इन्हें जंतर मंतर के नाम से जाना जाता हैं। दिल्ली के जंतर मंतर का निर्माण 1724 में महाराजा सवाई जयसिंह ने करवाया था। दिल्ली के जंतर मंतर का उपयोग खगोलीय वेधशाला के रूप में किया जाता था।
जंतर मंतर में ग्रहों की गति मापने के लिए बहुत से यंत्र लगे हुए हैं। जिसके माध्यम से सूर्य के प्रकाश से समय और ग्रहों की स्थित की जानकारी प्राप्त की जाती हैं। दिल्ली का जंतर मंतर कनॉट प्लेस के पास स्थित हैं।
10. नेशनल रेल म्यूज़ियम
नेशनल रेल म्यूज़ियम 1977 में दिल्ली में स्थापित किया गया। रेल म्यूजियम लगभग 10 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ हैं। इसमे रेलगाड़ियों के विभिन्न प्रकार के मॉडल, पुराने समय के कोच, इंजन जैसी रेल धरोहर को देखने का मौका मिलता हैं। नेशनल रेल म्यूजियम में आप 140 साल पुरानी रेलगाड़ी जिसमे डीजल से चलने वाली, भाप से चलने वाले इंजन, टॉय ट्रेन जैसी रेल-गाडियां देखने को मिलती है। रेल म्यूजियम को देखने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
दिल्ली कैसे पहुंचें ?
भारत में किसी भी अन्य शहर की अपेक्षा दिल्ली पहुंचना बहुत सरल है, क्योंकि दिल्ली भारत की राजधानी हैं और यह सभी राज्य के बड़े शहरों से जुड़ी हुई हैं। दिल्ली में आप रेलगाड़ी, बस और फ्लाइट तीनों में से किसी भी माध्यम के द्वारा दिल्ली आसानी से पहुंच सकते है।
दिल्ली में रूकने की जगह
दिल्ली में रूकने के लिए बहुत से होटल उपलब्ध हैं। दिल्ली में आपको कम बजट से लेकर महंगे बजट तक के होटल आसानी से मिल जायेंगे। आप चाहे तो ऑनलाइन सर्च करके अपने बजट के अनुसार कोई रूम बुक कर सकते है।
दिल्ली का प्रसिद्ध भोजन
दिल्ली में आपको खाने के लिए एक से एक स्वादिष्ट व्यंजन मिल जाते हैं। दिल्ली में आप सभी भारतीय व्यंजन का स्वाद ले सकते हैं। दिल्ली में छोले भटूरे, दही पराठे, पानीपुरी व चाट तो विश्वप्रसिद्ध है।
निष्कर्ष
इस लेख को पढ़ने के बादे आपको दिल्ली में प्रसिद्ध घूमने की जगह के बारे में जानकारी मिल गई होगी। दिल्ली ऐसा शहर हैं जहां आप घूमने और मौज मस्ती करने के साथ ही आप सामान की खरीदारी भी कर सकते हैं। दिल्ली में बहुत से मार्केट हैं जहां कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की खरीदारी कर सकते हैं।